विविध भजन

Miscellaneous Bhajan Lyrics

काया कुटिया निराली जमाने भर से भजन लिरिक्स

काया कुटिया निराली जमाने भर से भजन लिरिक्स

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काया कुटिया निराली, जमाने भर से, दस दरवाजे वाली, जमाने भर से।bd। सबसे सुन्दर आँख की खिड़की, जिसमें पुतली काली, जमाने भर से। काया कुटीया निराली, जमाने भर से, दस दरवाजे वाली, जमाने भर...
खबर नहीं है पल की रे मनवा बात करे कल की भजन लिरिक्स

खबर नहीं है पल की रे मनवा बात करे कल की भजन लिरिक्स

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खबर नहीं है पल की, दोहा - मरना मरना सब कोई कहे, मरना ना जाने कोई, एक बार ऐसे मरो, फिर से मरना ना होय। लाख कमाले हीरे मोती, तृष्णा...
मुझे माँ से गिला मिला ये ही सिला बेटियां क्यों पराई हैं लिरिक्स

मुझे माँ से गिला मिला ये ही सिला बेटियां क्यों पराई हैं लिरिक्स

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मुझे माँ से गिला, मिला ये ही सिला, बेटियां क्यों पराई हैं, मुझे मां से गिला।bd। खेली कूदी मैं जिस आँगन में, वो भी अपना पराया सा लागे, ऐसा दस्तूर...
मनवा खेती करो हरि नाम की भजन लिरिक्स

मनवा खेती करो हरि नाम की भजन लिरिक्स

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मनवा खेती करो हरि नाम की, पैसा ना लागे रुपया ना लागे, ना लागे कँवड़ी दमड़ी, बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम, मनवा खेती करों हरि नाम...
चिट्ठी ना कोई संदेश जाने वो कौन सा देश श्रद्धांजलि गीत लिरिक्स

चिट्ठी ना कोई संदेश जाने वो कौन सा देश श्रद्धांजलि गीत लिरिक्स

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चिट्ठी ना कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश, जहाँ तुम चले गए, जहाँ तुम चले गए, इस दिल पे लगा के ठेस, जाने वो कौन सा देश, जहाँ तुम...
संदेसा आ गया यम का चलन की कर तैयारी है भजन लिरिक्स

संदेसा आ गया यम का चलन की कर तैयारी है भजन लिरिक्स

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संदेसा आ गया यम का, चलन की कर तैयारी है।bd। बाल सिर के हुए धोले, सफेदी आँख पर छाई, कान से हो गया बेहरा, दाँत हिलना भी जारी है, संदेसा...
चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन लिरिक्स

चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन लिरिक्स

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चली जा रही है उमर धीरे धीरे, पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे, चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे, जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे, मिल...
उठ जाग ऐ रूह मेरी तुझे तेरे पियूँ ने जगाया है भजन लिरिक्स

उठ जाग ऐ रूह मेरी तुझे तेरे पियूँ ने जगाया है भजन लिरिक्स

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उठ जाग ऐ रूह मेरी, तुझे तेरे पियूँ ने जगाया है।bd। बहुत गमाए दिनड़े तूने, गल गल के गफलत में, वक्त गुजारा सारा अपना, तूने इस नफरत में, कब जागेगी...
कोई पीवे संत सुजान नाम रस मीठा रे भजन लिरिक्स

कोई पीवे संत सुजान नाम रस मीठा रे भजन लिरिक्स

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कोई पीवे संत सुजान, नाम रस मीठा रे।bd। राजवंश की रानी पी गयी, एक बूँद इस रस का, आधी रात महल तज चलदी, रहा ना मनवा बस का, गिरिधर की...
अंग अंग में गौ माता के सब देवों का धाम है लिरिक्स

अंग अंग में गौ माता के सब देवों का धाम है लिरिक्स

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अंग अंग में गौ माता के, सब देवों का धाम है, गौ माता के श्री चरणों में, बारम्बार प्रणाम है।bd। तर्ज - भला किसी का कर ना सको। नेत्रों...
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