श्री रामजी की सेना चली रविंद्र जैन भजन लिरिक्स
                    हर हर महादेव, हर हर महादेव,
जय भवानी, जय भवानी,
जय भवानी, जय भवानी,
पापियो के नाश को,
धर्म के प्रकाश को,
श्री रामजी की सेना चली, 
रामजी की...                
            नाथ मुझ अनाथ पर दया कीजिये भजन लिरिक्स
                    नाथ मुझ अनाथ पर, 
दया कीजिये।bd।
तर्ज - थोड़ा इंतजार का मजा लीजिये
 
श्लोक
दीनानाथ अनाथ का,
भला मिला संयोग,
गर मुझे ना तारा तो,
हंसी करेंगे लोग।bd।
नाथ मुझ अनाथ...                
            बोल कागा बोल मेरे राम कब आएंगे भजन लिरिक्स
                    बोल कागा बोल,
 मेरे राम कब आएंगे,
 शबरी की कुटिया के,
 भाग्य जाग जाएँगे,
 बोल कागा बोल,
 मेरे राम कब आएंगे।bd।
आए नही राम जी,
...                
            एक बार जो रघुबर की नजरो का इशारा हो जाये
                    एक बार जो रघुबर की,
 नजरो का इशारा हो जाये,
 तेरी लगन में खो जाऊँ मैं,
 दुनिया से किनारा हो जाये।bd।
श्री राम तुम्हारे चरणों...                
            ऐसे है मेरे राम भगवान श्री राम भजन लिरिक्स
                    ऐसे है मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम,
विनय भरा हृदय करे सदा जिन्हें प्रणाम,
ऐसे हैं मेरे राम ऐसे हैं मेरे राम।bd।
हृदय कमल, नयन कमल,
सुमुख कमल,...                
            दूसरो का दुखड़ा दूर करने वाले तेरे दुःख दूर करेंगे राम
                    दूसरो का दुखड़ा दूर करने वाले, 
तेरे दुःख दूर करेंगे राम,
किये जा तू जग मे भलाई का काम, 
तेरे दुःख दूर करेंगे राम,
पोछ ले...                
            सुमर ले राम को तजके तू मान भजन लिरिक्स
                    सुमर ले राम को तजके तू मान
सदा ना रहेगा तेरा तन ऽऽऽ ॥
सुमर ले ...
(तर्ज :- नजर के सामने जिगर के )
सुमर ले राम...                
            इन चरणो मे वो जादू है भजन लिरिक्स
                    इन चरणो मे वो जादू है,
पत्थर भी नारी बन जाती है।
(तर्ज :- तेरे चेहरे मेँ वो जादू है)
इन चरणो मे वो जादू है,
पत्थर भी...                
            कब आओगे प्रभु घर मेरे भजन लिरिक्स
                    कब आओगे प्रभु घर मेरे,
(तर्ज :- कब आयेगा मेरे बंजारे ... फि॰ बंजारन)
तेरी पुजारिन रस्ता देखे
कब आओगे प्रभु घर मेरे-2॥
कब आओगे ...
खड़ी - खड़ी...                
            कलयुग बैठा मार कुंडली जाऊँ तो मैं कहाँ जाऊँ भजन लिरिक्स
                    कलयुग बैठा मार कुंडली,
 जाऊँ तो मैं कहाँ जाऊँ,
 अब हर घर में रावण बैठा,
 इतने राम कहाँ से लाऊँ।bd।
दशरथ कौशल्या जैसे,
 मात पिता...                
            
            








