Home Blog Page 82
भोला तेरा डम डम डमरु बाजे मस्तक पे चंदा साजे

भोला तेरा डम डम डमरु बाजे मस्तक पे चंदा साजे

0
भोला तेरा डम डम डमरु बाजे, मस्तक पे चंदा साजे, कैलाश पे नाथ विराजे, गले कालकूट शिव जटाजूट, सेवक राजे महाराजे, शम्भू तेरा डम डम डमरु बाजे, मस्तक पे चंदा...
श्यामा जू मेरी श्यामा जू भजन लिरिक्स

श्यामा जू मेरी श्यामा जू भजन लिरिक्स

0
श्यामा जू मेरी श्यामा जू, मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जु, जब जब तुम्हे पुकारू मैं, तेरी ओर निहारु मैं, तुम सामने मेरे आती हो, श्यामा जु मेरी श्यामा जु, मेरी...
सूरजगढ़ निशान में तू जा के देख ले लिरिक्स

सूरजगढ़ निशान में तू जा के देख ले लिरिक्स

0
सूरजगढ़ निशान में तू, जा के देख ले, मोरछड़ी को झाड़ो, तू लगवा के देख ले।bd। फाल्गुन सुदी छठ नै तू, जाकै देखले, भगतां की भीड़ लागै, तँ जाकै देखले।bd। पगां उघाणी...
मेरा सतगुरु हो दातार काट दो फंदा

मेरा सतगुरु हो दातार काट दो फंदा

0
मेरा सतगुरु हो दातार, काट दो फंदा, मुझको सुजे नाय, जन्म का अँधा।bd। मुल कमल के माय, गुणेशा बंदा, रिद्धि सिद्धि ढोले भाव, होवे आनन्दा।bd। ससी बाण के बीच, खेल कर बंदा, खट स्वासा...
बही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे भजन लिरिक्स

बही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे भजन लिरिक्स

0
बही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे, बहीं कैसे गंगा लहर धीरे धीरे।bd। तर्ज - चली जा रही है उमर धीरे। हरिद्वार में कैसी शोभा सी माता, हरिद्वार में...
नगरी हो उज्जैन जैसी क्षिप्रा का किनारा हो

नगरी हो उज्जैन जैसी क्षिप्रा का किनारा हो

0
नगरी हो उज्जैन जैसी, क्षिप्रा का किनारा हो, और चरण हो महाकाल के, जहां मेरा ठिकाना हो।bd। तर्ज - नगरी हो अयोध्या सी। ना दौलत हमें चाहिए, ना स्वर्ग हमें...
हे महाकाल राजा मुझे अपने दर पे बुला लीजिए

हे महाकाल राजा मुझे अपने दर पे बुला लीजिए

0
अब कभी मुझसे रूठे नहीं, ऐसी किस्मत सजा दीजिए, हे महाकाल राजा मुझे, अपने दर पे बुला लीजिए।bd। रंग लाती नहीं इसलिए, भोले बाबा ये अर्जी मेरी, कैसे आऊं नगरिया...
कभी फुर्सत हो तो जगदंबे निर्धन के घर भी आ जाना

कभी फुर्सत हो तो जगदंबे निर्धन के घर भी आ जाना

0
कभी फुर्सत हो तो जगदंबे, निर्धन के घर भी आ जाना, जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उसका भोग लगा जाना, कभी फुर्सत हों तो जगदंबे, निर्धन के घर...
भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है

0
भोलेनाथ जी का डमरू, दिन रात बज रहा है, भक्तों का पार बेडा, हाथों हाथ कर रहा है, भोले नाथ जी का डमरू, दिन रात बज रहा है।bd। माया मे...
जीवन निखारे श्याम हमारे दीन दुखी के काज सँवारे

जीवन निखारे श्याम हमारे दीन दुखी के काज सँवारे

0
जीवन निखारे श्याम हमारे, दीन दुखी के काज सँवारे, जीवन निखारें श्याम हमारे।bd। तर्ज - दो दिल टूटे दो दिल हारे। मन के कमल मुस्काए, सँग में तुम्हारी है...
error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे