बेटीयां बोझ होती नहीं याद आती हैं ये विदा होने के बाद
                    बेटीयां बोझ होती नहीं,
याद आती हैं ये विदा होने के बाद, 
बेटे के मोह में ना भुलाना इन्हें,
याद आती हैं ये विदा होने के...                
            हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें रखना करूणा की छाँव में भजन लिरिक्स
                    हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में,
काँटा भी ना चूभने देना कभी,
कष्टों का हमारे पाँवो में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमे,
रखना करूणा की...                
            कसमे वादे प्यार वफ़ा सब भजन लिरिक्स
                    कसमे वादे प्यार वफ़ा सब,
बाते हैं बातों का क्या? 
कोई किसी का नहीं ये झूठे, 
नाते हैं नातों का क्या? 
कस्मे वादे प्यार वफ़ा...                
            जप ले हरी का नाम मेरे मन भजन लिरिक्स
                    जप ले हरी का नाम,
मेरे मन जप ले हरी का नाम,
काहे भुलियो गोविन्द धाम,
काहे भुलियो गोविन्द धाम,
जप ले हरि का नाम,
मेरे मन जप ले...                
            अति कभी ना करना प्यारे इति तेरी हो जायेगी भजन लिरिक्स
                    अति कभी ना करना प्यारे,
इति तेरी हो जायेगी,
बिन पंखो के पंछी जैसी,
गति तेरी हो जायेगी,
अति कभी ना करना प्यारें,
इति तेरी हो जायेगी,
बिन पंखो के...                
            जीवन है चार दिन का एक रोज सब को जाना भजन लिरिक्स
                    जीवन है चार दिन का,
एक रोज सब को जाना,
सामान सौ बरस का,
पल का नहीं ठिकाना,
जीवन है चार दिन का।bd।
तर्ज - मुझे इश्क है तुझी...                
            आओ जी आओ घर का देव मनावा पितृदेव भजन लिरिक्स
                    आओ जी आओ घर का देव मनावा,
पित्तरा के ढोक लगावा जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।bd।
पित्तरा के नाम को, 
गूंजे...                
            मुझे मेरी मस्ती कहाँ लेके आई ओसमान मीर भजन
                    मुझे मेरी मस्ती कहाँ लेके आई,
श्लोक - पीले पीले पीले,
दुनिया लुटा के पी,
मस्ताना बन के पी, 
इस से ज्यादा शौक है तो, 
तेरे गुरु...                
            क्या लेके आया बन्दे क्या लेके जायेगा भजन लिरिक्स
                    क्या लेके आया बन्दे,
 क्या लेके जायेगा,
 दो दिन की जिन्दगी है,
 दो दिन का मेला।bd।
दोहा - आया है सो जाएगा,
राजा रंक फकीर,
 कोई...                
            कलयुग में इक बार कन्हैया गौमाता भजन लिरिक्स
                    कलयुग में इक बार कन्हैया,
ग्वाले बन कर आओ रे।
श्लोक - सत्य धर्म का नाश हो रहा,
 जार जार रोती है धरा,
कलयुग का आतंक भयानक,
आके...                
            
            








