विविध भजन

Miscellaneous Bhajan Lyrics

मेरे मन तुम यह मत भूलो हमे एक रोज जाना है

मेरे मन तुम यह मत भूलो हमे एक रोज जाना है

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मेरे मन तुम यह मत भूलो, हमे एक रोज जाना है, नही सुमिरन किया हरि का, तो चौरासी ही पाना है।bd। तर्ज - सजन रे झूठ मत बोलो। सुमर...
तेरी दो दिन की जिन्दगानी प्राणी भजले नाम हरि का

तेरी दो दिन की जिन्दगानी प्राणी भजले नाम हरि का

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तेरी दो दिन की जिन्दगानी, प्राणी भजले नाम हरि का, है ये दुनिया आनी जानी, प्राणी भजले नाम हरि का, तू ने मैली चादर करदी, सर पे पाप की...
पंख फसा के पछिताई रे माखी यूँ लोभ में

पंख फसा के पछिताई रे माखी यूँ लोभ में

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पंख फसा के पछिताई रे, माखी यूँ लोभ में, सिर धुन धुन कर पछिताई रे।bd। तर्ज - पंख होते उड़ आती रे। एक दिन मदारी जँगल मे आया, बानर...
हर पल आठो याम हरि नाम भजो भजन लिरिक्स

हर पल आठो याम हरि नाम भजो भजन लिरिक्स

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हर पल आठो याम, हरि नाम भजो, हरदम सुबहो शाम, हरि नाम भजो, हर पल आठों याम, हरि नाम भजो।bd। तर्ज - पल पल दिल के पास। धन दौलत से कोई,...
माटी को खिलौनों है मन में जचाए ले भजन लिरिक्स

माटी को खिलौनों है मन में जचाए ले भजन लिरिक्स

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माटी को खिलौनों है, मन में जचाए ले, कद उड़ जा सी हंसो, हरी गुण गाइले।bd। तर्ज - छुप गया कोई रे। तने तो जरुरी प्यारा जाणो पड़ेगो, करनी करि...
हरि नाम की महिमा गाती है सारी दुनिया

हरि नाम की महिमा गाती है सारी दुनिया

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हरि नाम की महिमा, गाती है सारी दुनिया, बोल मनवा बोल तू हरि को, ध्याता क्यो नही।bd। तर्ज - तेरे मन की यमुना और। जग की खातिर कर्म...
भजले रे बन्दे नाम हरि का क्यो करता है नादानी

भजले रे बन्दे नाम हरि का क्यो करता है नादानी

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भजले रे बन्दे नाम हरि का, क्यो करता है नादानी, सुनले रे ओ अभिमानी।bd। तर्ज - बस्ती बस्ती पर्वत पर्वत। हरि नाम बिन सूना जीवन, ज्यो दीपक बिन बाती, कितनी...
हंसा निकल गया काया से खाली पड़ी रही तस्वीर

हंसा निकल गया काया से खाली पड़ी रही तस्वीर

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हंसा निकल गया काया से, खाली पड़ी रही तस्वीर। दोहा - लुट सके तो लुट ले और, राम नाम धन लूट, पीछे फिर पछतावनो, तेरो प्राण...
भजले मनवा तू हरि भले आधी ही घड़ी

भजले मनवा तू हरि भले आधी ही घड़ी

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भजले मनवा तू हरि, भले आधी ही घड़ी, कि हो न जाए कही, जिन्दगी की शाम, भजो हरि नाम, हरि नाम हरि नाम।bd। तर्ज - ऐ मेरी जौहराँ ज़बी। तेरा बचपन...
तू मत कर रे अभिमान ये जीवन चार दिन का

तू मत कर रे अभिमान ये जीवन चार दिन का

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तू मत कर रे अभिमान, ये जीवन चार दिन का है, तू कौन है रे इँसान, करले रे खुद की जरा पहचान, ये जीवन चार दिन का है।bd। तर्ज...
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