विविध भजन

Miscellaneous Bhajan Lyrics

उसको मेरी सेवा का अधिकार है भजन लिरिक्स

उसको मेरी सेवा का अधिकार है भजन लिरिक्स

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उसको मेरी सेवा का अधिकार है, करता जो अपनी माँ से प्यार है, उसको ही मिलता ये दरबार है, करता जो अपनी माँ से प्यार है।bd। तर्ज -...
इतनी शक्ति हमें देना दाता प्रार्थना हिंदी लिरिक्स

इतनी शक्ति हमें देना दाता प्रार्थना हिंदी लिरिक्स

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इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना, हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूलकर भी कोई भूल हो ना, इतनी शक्ति हमे देना दाता,...
हरी थारा नाम हजार कैसे लिखू कंकु पत्री भजन लिरिक्स

हरी थारा नाम हजार कैसे लिखू कंकु पत्री भजन लिरिक्स

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हरी थारा नाम हजार, सांवरिया रा नाम हजार, बनवारी थारा नाम हजार, मैं कैसे लिखू कंकु पत्री।bd। कोई केवे यशोदा रो, कोई केवे देवकी रो, कोई केवे नंदजी रो...
कन्हैया पार लगादे मेरी नैया भजन लिरिक्स

कन्हैया पार लगादे मेरी नैया भजन लिरिक्स

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कन्हैया पार लगादे मेरी नैया, पार लगादे मेरी नैया, गईया घेरे खड़े कसाई, तुम बिन कौन बचईया, बिच सभा में बहन पुकारे, कहाँ हो मेरे भैया रे, कन्हैया पार लगादें...
मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे भजन लिरिक्स

मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे भजन लिरिक्स

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मन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे।bd। माता कहे यह पुत्र हमारा, बहन कहे बीर मेरा, भाई कहे यह भुजा हमारी, नारी कहे नर मेरा, जगत में कैसा...
ऐ नर ज़रा बता दे कौतुक ये क्या किया है

ऐ नर ज़रा बता दे कौतुक ये क्या किया है

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ऐ नर ज़रा बता दे, कौतुक ये क्या किया है, तूने जगत में आकर, सतगुरु भुला दिया है।bd। तर्ज - मुझे इश्क़ है तुझी से। तू...
गफलत की निदिया को तोड़के भजले रे प्राणी

गफलत की निदिया को तोड़के भजले रे प्राणी

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गफलत की निदिया को तोड़के, भजले रे प्राणी, भजले रे हरि नाम, तू शरण प्रभू की आ जगत के, छोड़ के सारे काम, भजले रे हरि नाम।bd। तर्ज - नफरत...
दीवाने पी ले रे हरी नाम भजन लिरिक्स

दीवाने पी ले रे हरी नाम भजन लिरिक्स

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दीवाने पी ले रे हरी नाम, थारी कोड़ी लगे न च दाम रे, थारी उमर बीती जाए रे, दीवाने पी ले रे हरी नाम, दीवाने पी ले रे...
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे भजन लिरिक्स

तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे भजन लिरिक्स

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तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे, जली लंका मेरी जला मैं भी, एक दिन तुम भी जलाये जाओगे, तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।bd। तर्ज - तुम मुझे...
ना जग का त्याग करो और न घर के काम तजो

ना जग का त्याग करो और न घर के काम तजो

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ना जग का त्याग करो, और न घर के काम तजो, सभी के साथ में, सुमिरन प्रभू का करते रहो।bd। तर्ज - ना मुंह छुपा के जिओ। न जाने...
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