विविध भजन

Miscellaneous Bhajan Lyrics

संतो सुरगा सु आयो है सन्देश बुलावो आग्यो राम को भजन लिरिक्स

संतो सुरगा सु आयो है सन्देश बुलावो आग्यो राम को भजन लिरिक्स

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संतो सुरगा सु आयो है सन्देश, बुलावो आग्यो राम को, ओ बुलावो आग्यो राम को, संतो सुरगा सु आयो हैं सन्देश, बुलावो आग्यो राम को।bd। एक मिनट प्रभु देर...
हो तुझे ब्रम्हा विष्णु भोला ने हर हर गँगे बोला

हो तुझे ब्रम्हा विष्णु भोला ने हर हर गँगे बोला

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तुझे ब्रम्हा, हो तुझे ब्रम्हा विष्णु भोला ने, हर हर गँगे बोला, माँ ऐ हर हर गँगे बोला।bd। तर्ज - मेरा रँगदे बसन्ती चौला। तीन लोक के देव भी...
चरणो में मन लगाके दीपक तेरा सजाके भजन लिरिक्स

चरणो में मन लगाके दीपक तेरा सजाके भजन लिरिक्स

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चरणो में मन लगाके, दीपक तेरा सजाके, पूजा करूँगा तेरी, वदँन करूँ माँ तेरी।bd। तर्ज - दिल मे तुझे बिठाके। हे मँदाकिनी मइया तेरी, महिमा अपरम्पार, महिमा का तेरी, माता मेरी पाया...
गौ माता की सेवा करले समझ ले गए चारो धाम भजन लिरिक्स

गौ माता की सेवा करले समझ ले गए चारो धाम भजन लिरिक्स

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सौ तीरथ का पुण्य मिलेगा, मिलेगा हर दुःख से आराम, गौ माता की सेवा करले, समझ ले हो गए चारो धाम।bd। तर्ज - भला किसी का कर ना। जिसने...
गंगे माँ तेरा द्वारा दुनिया मे सबसे प्यारा भजन लिरिक्स

गंगे माँ तेरा द्वारा दुनिया मे सबसे प्यारा भजन लिरिक्स

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गंगे माँ तेरा द्वारा, दुनिया मे सबसे प्यारा, महिमा तुम्हारी है महान, गाए रे सारा जहान, जो तेरे दर पे आए, तेरी कृपा वो पाए, करता जो तेरा नित ध्यान, गाए...
गँगे माँ दया करदो हे मेरी मातारानी भजन लिरिक्स

गँगे माँ दया करदो हे मेरी मातारानी भजन लिरिक्स

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गँगे माँ दया करदो, हे मेरी मातारानी, इस दास पे भी करदो, थोड़ी सी मेहरबानी।bd। तर्ज - बचपन की मोहब्बत को। तुम जग तरणी हो माँ, हो तुम भव...
झुंझुनू में मोटी सेठानी डोकवा में लाडो नारायणी

झुंझुनू में मोटी सेठानी डोकवा में लाडो नारायणी

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झुंझुनू में मोटी सेठानी, डोकवा में लाडो नारायणी, तनधन बाबा ने जहाँ, दिया बलिदान, राणीसती के सत् का, है जो प्रमाण, देवसर धाम वो...
मुँह फेर जिधर देखूं मुझे तू ही नजर आए भजन लिरिक्स

मुँह फेर जिधर देखूं मुझे तू ही नजर आए भजन लिरिक्स

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मुँह फेर जिधर देखूं, मुझे तू ही नजर आए। दोहा - तेरे दर पे तो आना मेरा काम है, मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है, ये आँखे मुन्तजिर...
भूल उसे बैठा है जग में नाम रतन जो पाया है

भूल उसे बैठा है जग में नाम रतन जो पाया है

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भूल उसे बैठा है जग में, नाम रतन जो पाया है, नाम सुमरने, भव से तरने, को तू जग में आया है, भूल उसे बैठा है जग में।bd। तर्ज -...
ठिकाना है नही पल का करो सुमिरन हरि का जी

ठिकाना है नही पल का करो सुमिरन हरि का जी

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ठिकाना है नही पल का, करो सुमिरन हरि का जी, अमर हो गए जिसे भज कर, कबीरा मीरा और शबरी, करो सुमिरन हरि का जी।bd। तर्ज - जरा नजरो...
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