राजस्थानी भजन

Rajasthani Bhajan Lyrics

गुरु सरीखा देव म्हारे मन भावे भजन लिरिक्स

गुरु सरीखा देव म्हारे मन भावे भजन लिरिक्स

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गुरु सरीखा देव, म्हारे मन भावे, सदा मन भावे।bd। इला पिगला ओर सुखमणा ने ध्यावे, सुखमणा ध्यावे, त्रिवेणी रे बीच जीव ठहरावे, गुरु सरीखा देंव, म्हारे मन भावे, सदा मन भावे।bd। ऐड़े संतों...
हरी तेरा अजब निराला काम भजन लिरिक्स

हरी तेरा अजब निराला काम भजन लिरिक्स

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हरी तेरा अजब निराला काम, दोहा - आरी री भवानी वास कर, तो मेरे घट के पट दे खोल, रसना पे बासा करो, तो मैया सूद सब्द मुख...
आई माता ए मारी जोगमाया थारे लुल लुल लागू पाव

आई माता ए मारी जोगमाया थारे लुल लुल लागू पाव

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आई माता ए मारी जोगमाया, आई माता ऐ मारी जोगमाया, थारे लुल लुल लागू पाव, मारी जोगमाया।bd। बिलाडे बनीयो ए माता देवरो, घणो सुवानो थारो सेवरो, थारी ध्वजा फरूके असमान, मारी...
अरे उड़तो उड़तो जा रे कबुतर जिन्दधणया के द्वार

अरे उड़तो उड़तो जा रे कबुतर जिन्दधणया के द्वार

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अरे उड़तो उड़तो जा रे कबुतर, जिन्दधणया के द्वार, कागज में बातां लिख दी रे, तू तो दिज्ये रे धणियां ने जार।bd। बावड़ियां में बेट्यो रे बाबो, बावड़ियां में...
थारे पगा तो उबाणी आऊँ म्हारी माँ ये सोना रा झांझर बाजणा

थारे पगा तो उबाणी आऊँ म्हारी माँ ये सोना रा झांझर बाजणा

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थारे पगा तो उबाणी, आऊँ म्हारी माँ, ये सोना रा झांझर बाजणा, ये मैया सोना रा झांझर बाजणा।bd। ओ थारा माता पे टिकलो, ल्याई म्हारी माँ २, सोना रा झांझर...
वारी रे रुणीजा रा राजा तारो पोकरणया में स्थान

वारी रे रुणीजा रा राजा तारो पोकरणया में स्थान

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वारी रे रुणीजा रा राजा, तारो पोकरणया में स्थान, बाजरिया बाजा, थारा घोडा ने घुमा दे रे, मारा पीछम दिशा रा, बादशाह रे।bd। थारी माता मीणा दे जन्मा, बांजणी रे, जीके कोई...
सुरता होजा नी भजन वाली लार मारवाड़ी भजन लिरिक्स

सुरता होजा नी भजन वाली लार मारवाड़ी भजन लिरिक्स

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सुरता होजा नी भजन वाली लार, दिखाऊँ थाने राम नगरी, राम नगरी रे थाने प्रेम नगरी, सुरता होजा नी भजन री लार, दिखाऊँ थाने राम नगरी।bd। सुरता मत कर...
औरा के आंगण काई खेलो म्हारा जिन्द बाबा भजन लिरिक्स

औरा के आंगण काई खेलो म्हारा जिन्द बाबा भजन लिरिक्स

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औरा के आंगण काई खेलो, म्हारा जिन्द बाबा, म्हारा आंगणिया में खेलो जी।bd। दादा जी मनावे थांका, बाबाजी जी मनावे, बनडी बुलावे बेगा बेगा आओ जी, औरां के आंगण काई...
पन्ना कालीवा अंधियारी माँझल रात पन्नाधाय की मार्मिक कविता

पन्ना कालीवा अंधियारी माँझल रात पन्नाधाय की मार्मिक कविता

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पन्ना कालीवा अंधियारी माँझल रात, अंधियारी आधी रात, नन्हा सो ऊंधियो साथ, चितोड दुर्ग सु एकली चली, कुम्भलगढ़ सु चाल पड़ी।bd। अरे मेवाड़ धरा रे उनवेल्या पर, राज करे बनवीर...
कानूड़ो नी जाणे म्हारी प्रीत भजन लिरिक्स

कानूड़ो नी जाणे म्हारी प्रीत भजन लिरिक्स

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कानूड़ो नी जाणे म्हारी प्रीत, मैं तो बाल कंवारी रे, मैं तो एकल कंवारी रे, साँवरियो नी जाणे म्हारी प्रीत।bd। जल जमुना में मैं तो, पाणी ने गई थी...
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