जिंदगी सुधार बंदा यही तेरो काम है लिरिक्स
                    जिंदगी सुधार बंदा,
यही तेरो काम है।bd।
मानुष की देह पाई,
हरि से ना प्रीत लाई,
विषयों के जाल माही,
तू फसियो निकाम है,
जिन्दगी सुधार बन्दे,
यही तेरो काम है।bd।
अंजलि...                
            शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा लिरिक्स
                    शंकर तेरी जटा में,
बहती है गंग धारा,
काली घटा के अंदर,
जिम दामिनी उजारा,
भोले तेरी जटा में,
बहती है गंग धारा।bd।
देखे - बम बम ल़हरी शिव शिव...                
            चलो चलो सखी अब जाना हरि भेज दिया परवाना
                    चलो चलो सखी अब जाना,
हरि भेज दिया परवाना।bd।
एक दूत जबर चल आया,
सब लश्कर लाव मंगाया,
किया बीच नगर के थाना,
हरि भेज दिया परवाना,
चलों चलों सखी...                
            करो हरि का भजन प्यारे उमरिया बीती जाती है लिरिक्स
                    करो हरि का भजन प्यारे,
उमरिया बीती जाती है।bd।
तर्ज - दशा मुझे दीन की।
पूरब शुभ कर्म कर आया,
मनुष तन धरणी पे पाया,
फिरे विषयो से भरमाया,
मौत...                
            मुसाफिर जागते रहना नगर में चोर आते है लिरिक्स
                    मुसाफिर जागते रहना,
नगर में चोर आते है,
जरा सी नींद गफलत में,
झपट गठरी उठाते है,
मुसाफिर जागतें रहना,
नगर में चोर आते है।bd।
तर्ज - पकड़ लो हाथ।
संभालो...                
            ऐसी करी गुरुदेव दया भजन लिरिक्स
                    ऐसी करी गुरुदेव दया,
मेरे मोह का बन्धन तोड़ दिया।bd।
दौड़ रहा दिन रात सदा,
जग के सब कार बिहारन में,
सपने सम विश्व दिखाय मुझे,
मेरे चंचल चित्त...                
            जतन कर आपणा प्यारे कर्म की आस नहीं कीजे लिरिक्स
                    जतन कर आपणा प्यारे,
कर्म की आस नहीं कीजे।bd।
मानुस की देह है गुणकारी,
अक्ल पशुओं से है न्यारी,
वो ईश्वर की दया भारी,
फेर क्या मांग कर लीजे,
जतन...                
            मैं तो रमता जोगी राम भजन लिरिक्स
                    मैं तो रमता जोगी राम,
मेरा क्या दुनिया से काम,
मैं तो रमता जोगी राम।bd।
हाड़ माँस की बनी पुतलिया,
ऊपर जड़िया चाम,
देख देख सब लोग रिझावे,
मेरो तन...                
            ईश्वर तेरे दरबार की महिमा अपार है भजन लिरिक्स
                    ईश्वर तेरे दरबार की,
महिमा अपार है,
बंदा न सके जान,
तेरा क्या बिचार है,
ईंश्वर तेरे दरबार की,
महिमा अपार है।bd।
पृथ्वी ये जल के बीच,
किस आसरे खड़ी,
सूरज और...                
            हरिनाम सुमर सुखकारण रे भजन लिरिक्स
                    हरिनाम सुमर सुखकारण रे,
सुखकारण रे,
भवतारण रे,
हरिनाम सुमर सुखकारण रें।bd।
सोवत जागत फिरत निरंतर,
सोवत जागत फिरत निरंतर,
मुख से करो उच्चारण रे,
हरिनाम सुमर सुखकारण रें।bd।
जनम जनम के...                
            
            








